तेरी यादोँ की चाँदनी |
कैसे मै तेरी यादों को अनदेखा करू ? कैसे मैं तेरी सारी बातों को अनसुना कर दु ? मेरे बेजान सी ज़िंदगी को तुने ही तो अंकुरित किया था। हाँ, ज़िंदगी जरूर जिए जा रहा था, पर जीने का मकसद कहा पता था मुझे। तुमने ही तो जिंदगी के उस कोरे पन्नों पर अपने प्यार की ग़ज़ल लिखी थीं । तुम्हे पता नहीं, मेरी जिंदगी अब तेरे चेहरे की किताब बन चुकी हैं, जो सिर्फ और सिर्फ हसींन यादों के पलों से गुलज़ार हैं। तेरा हर वज़ूद मेरी सांसों से जुड़ा है। उदास होता हूँ , जब तुम मेरे पास नहीं होती हो, लेकिन फिर भी तेरे इंतज़ार की खट्टी मिट्ठी सी खुशबू मेरे पास बहोत हैं। तेरे प्यार में अब तो ये उम्र लम्हों में सिमट सी गयी हैं। मेरी हर रातें तेरे प्यार की उसी खट्टी मिट्ठी खुशबू से महक रही हैं। हर रात तेरी यादोँ के चाँदनी से रौशन हैं।
ये दिल धड़कता तो जरूर हैं, पर पता नहीं क्यों ऐसा लगता हैं की उसका धड़कना कही तेरी यादोँ को ज़िंदा ऱखने के लिए तो नहीं ? हाँ, अगर ये तेरी यादोँ को ज़िंदा ऱखने के लिए ही धड़कता हैं, तो अब हर लम्हा उसी याँद में गुज़रता रहें। ज़िंदगी का हर लम्हा अब मैंने तेरी खुशबु के साथ अपने दिल में संजोके रखा हैं। तेरा हर शाम मुझमें खो जाना याद आता हैं, पर ऐसा नहीं की सिर्फ तुमने ही कुछ खोया हैं। मैंने भी तो खुद को खोया हैं। अपनी हर साँस को तुझ पर निछावर किया हैं। तेरा मुझ में, मेरा तुझमेँ खो जाने की ज़िद हमेशा ये अहसास कराती हैं की चाहे तू मेरे पास हो या न हों इसकी कभी कोई शिक़ायत नहीं होगीं और ना ही कोई गिला होगा। दोनो का खो जाना अब ये यकीं दिलाता हैं जब आईने में मैं खुद को देखता हूँ, तेरा ही अक्श दिखता हैं।
दिल में छुपे हुए कुछ जज़्बात बस युहीं उमड़ पड़े हैं दोस्तोँ। उम्मीद करता हूँ आप सभी को ये जज़्बात कुछ याद जरूर दिलाएँगे। अपने उसी जज्बातों को जिन्दा रखने के लिए इसे अपने सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि दुनिया में प्यार का जज्बा कम न हो। आपने जो प्यार किसी को किया हो उस प्यार की मंगल कामना करते हुए सादर समर्प्रित।
बहोत खूब.....
ReplyDeleteThanks
DeleteArey waahh kya Mohabbat ka ahsaas hai
ReplyDeleteThanks Swamiji
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